औद्योगिक ईकाईयों और मेडिकल वेस्ट का सही ढंग से निस्तारण करें :एडीसी
जिला पर्यावरण संरक्षण योजना की समीक्षा बैठक में एडीसी राहुल नरवाल ने संबंधित अधिकारियों को दिए जरूरी निर्देश
भिवानी। स्थानीय लघु सचिवालय परिसर स्थित डीआरडीए सभागार में जिला पर्यावरण संरक्षण समिति की जिला स्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता एडीसी राहुल नरवाल ने की। एडीसी ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे औद्योगिक ईकाईयों व मेडिकल संबंधित वेस्ट का सही ढंग से निस्तारण करवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने पर्यावरण प्रदुषिण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी को निर्देश दिए कि वे नियमित रूप से निरीक्षण का कार्य करें और पर्यावरण प्रदुषण नियंत्रण बोर्ड व भारत सरकार के आदेशों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ नियमानुसार सख्त कार्रवाई करें।
अधिकारियों को निर्देश देते हुए एडीसी श्री नरवाल ने कहा कि पर्यावरण प्रदुषण से बचाने के लिए भारत सरकार द्वारा विशेष निर्देश जारी किए हुए हैं। इसके साथ-साथ पर्यावरण प्रदुषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा समय-समय पर निर्देश जारी किए जाते हैं, जिनकी औद्योगिक इकाईयों, बॉयोमास पावर प्लांट, स्टोन क्रसर, मेडिकल संस्थान द्वारा कचरे के निस्तारण के लिए पालना करनी जरूरी होती है और नियमानुसार ही कचरे का निस्तारण करना होता है। इसी प्रकार से घरों से निकलने वाले कचरे, ई-वेस्ट का भी निस्तारण सही होना चाहिए। इस दौरान पर्यावरण प्रदुषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी आरके भोसले ने बताया कि भिवानी में 310 क्रसर यूनिट हैं और दो माईन हैं, जिनमें फिलहाल खानक चल रही है। जिला में दो पावर प्लांट बायोमास पर आधारित हैं। 40 यूनिट ऐसी हैं, जिनसे खतरनाक कचरा निकलता है, इनसे निकलने वाली गाद को फरीदाबाद यूनिट में भेजा जाता है। जिला में 204 मेडिकल संस्थान हैं, जिनसे निकलने वाले मेडिकल वेस्ट को गांव हेतमपुरा के पास स्थित प्लांट में भेजा रहा है। उन्होंने बताया कि संबंधित संस्थानों का समय-समय पर निरीक्षण किया जाता है।
इस दौरान जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी आशीष मान, जनस्वास्थ्य विभाग के कार्यकारी अभियंता सुनील रंगा और लोक निर्माण विभाग से कार्यकारी अभियंता राहुल चहल सहित संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।