छह मौत के बाद जागी सरकार, अब दूर नहीं होंगे परीक्षा केन्द्र

चंडीगढ़ । हरियाणा सरकार छह मौत के बाद जागी है। उसने युवाओं को दूर के परीक्षा केन्द्रों से निजात दिलाने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ऐलान किया है कि हरियाणा में भविष्य में होने वाली भर्तियों में प्रदेश के युवाओं को प्राथमिकता दी जाएगी और भर्ती परीक्षा के लिए दूर-दराज में परीक्षा केंद्र नहीं बनाए जाएंगे।मंगलवार को चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि गत दिवस संपन्न हुई क्लर्क भर्ती परीक्षा के दौरान युवाओं की परेशानी को देखते हुए हरियाणा लोकसेवा आयोग (एचपीएससी) और हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग को लिखा जाएगा। बोर्ड-निगम जो अपने स्तर पर भर्तियां करते हैं, उन्हें भी इसमें शामिल किया जाएगा। ताकि लिखित परीक्षा के लिए एक नियम बन सके। सरकार अब दोनों आयोगों को निर्देश देगी कि लिखित परीक्षा के लिए अभ्यार्थी के गृह जनपद के साथ लगते जिलों में ही सेंटर बनना चाहिए।उल्लेखनीय है कि बिजली निगमों में एसडीओ के पदों के लिए शॉर्ट-लिस्ट किए गए 80 अभ्यार्थियों में से 78 हरियाणा से बाहर के हैं। इसे भी विपक्ष ने मुद्दा बना रखा है। सीएम ने कहा है कि सरकारी नौकरियों में हरियाणा के मूल निवासियों को प्राथमिकता दी जाएगी। इससे जुड़े सवाल पर सीएम ने कहा, कानूनन ऐसा कर पाना संभव नहीं है लेकिन हम ऐसे प्रावधान जरूर कर सकते हैं। इसके लिए सरकार कानूनी सलाह लेगी।उन्होंने कहा कि शिक्षकों की भर्ती के लिए तय किए गए शिक्षक पात्रता परीक्षा की तर्ज पर क्लर्क व अन्य पदों के लिए भी टेस्ट का प्रावधान करने पर विचार कर रही है।सीएम ने कहा कि भविष्य में सभी प्रकार की नौकरियों के लिए ऑनलाइन टेस्ट लिए जाने पर भी विचार चल रहा है।

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