दुनिया भर में मिर्गी से 50 मिलियन लोग ग्रस्त हैं: डाॅ. प्रमोद चौरसिया

भारत में 12 मिलियन से अधिक लोगों को मिर्गी
हिसार । सीएमसी अस्पताल के सीनियर डाॅ साहिल पोपली और डा. प्रमोद चौरसिया ने बताया कि मिर्गी सबसे आम सनायविक विकारों में से एक है। यह मस्तिष्क की ठीक न होने वाली बीमारी है जो एक से दूसरे में नहीं फैलती और दुनिया भर में इससे करीब 50 मिलियन लोग ग्रस्त हैं।

उन्होंने बताया कि एक मोटे अनुमान के अनुसार एक फीसदी लोगों को मिर्गी होने के चलते भारत में 12 मिलियन से अधिक लोगों को मिर्गी है। महिलाओं की बात करें तो भारत में दुनिया की मिर्गी ग्रस्त महिलाओं में हर छठी महिला शामिल है। ऐसा अनुमान है कि भारत में लगभग 2.73 मिलीयन हिलाएं मिर्गी से ग्रस्त हैं और इनमें से 52 फीसदी प्रज्जन योग्य (15-49 वर्ष आयु की) है। तीन मिलियन लोगों को ऐसी मिर्गी है जिस पर दवाई का कोई असर नहीं होता और एक मिलियन दस लाख लोग भारत में ऐसे संभावित लोग हैं, जिनकी मिर्गी की सर्जरी की जा सकती है।

ऐसा देखा गया है कि मिर्गी सबसे अधिक जीवन के पहले साल में और 74 साल से अधिक आयु होने पर होती है। कुछ बच्चों के दिमाग में किसी तरह की चोट आने के कारण उन्हें मिर्गी आती है। इसके पीछे जन्म में आने वाली कठिनायां या दिमाग पर असर करने वाले सक्रमण हो सकते हैं। छोटे बच्चों का विकास काबू में न आने वाले दौरे के कारण देरी से हो सकता है। बच्चों में सबसे आम तरह के दौरे फेब्रराइल दौरे होते हैं जो तेज बुखार के साथ सक्रमण होने पर आते हैं। बार-बार पड़ने वाले दौरों को मिर्गी कहा जाता है, जो व्यक्ति के शरीर को हिला देता है और कुछेक बार इसमें होश नहीं रहता और मल मूत्र आदि निकल जाता है। फिर भी यह जान लेना महत्वपूर्ण है कि दौरे मिर्गी का ही है, यह जरुरी नहीं है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.