प्रधानमंत्री ने दिया उज्ज्वला योजना का आठ करोड़वां कनेक्शन

औरंगाबाद इंडस्ट्रियल सिटी की सिग्नेचर बिल्डिंग का किया उद्घाटन
औरंगाबाद । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को मुंबई में मेट्रो की विभिन्न परियोजनाओं की आधारशिला रखने के बाद औरंगाबाद पहुंचे। उन्होंने औरंगाबाद इंडस्ट्रियल सिटी की सिग्नेचर बिल्डिंग का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने महत्वाकांक्षी उज्ज्वला योजना के तहत एक मुस्लिम महिला को आठ करोड़वां गैस कनेक्शन भी प्रदान किया।
मोदी ने औरंगाबाद में महाराष्ट्र राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (यूएमईडी) द्वारा आयोजित राज्यस्तरीय महिला सक्षम मेला को संबोधित करते हुए कहा कि आप सभी देश के विकास में, हमारे गांव-देहात को, अपने परिवार को आर्थिक रूप से सशक्त करने में बहुत बड़ी भूमिका निभा रही हैं। स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से देश को सशक्त करने वाली, नए भारत के निर्माण में जुटी आप सभी बहनों को मैं नमन करता हूं। आज औरंगाबाद के विकास से जुड़ी एक अहम इमारत का उद्घाटन थोड़ी देर पहले किया गया है। औरंगाबाद इंडस्ट्रियल सिटी की सिग्नेचर बिल्डिंग अब सेवा के लिए तैयार है। नए औरंगाबाद शहर की ये महत्वपूर्ण इमारत होगी। इस इमारत से पूरे औद्योगिक शहर की अनेक व्यवस्थाओं का संचालन होगा। औरंगाबाद नया स्मार्ट सिटी तो बन ही रहा है, देश की औद्योगिक गतिविधियों का भी बड़ा सेंटर होने वाला है। दिल्ली मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरीडोर का भी ये एक अहम हिस्सा है। अनेक बड़ी कंपनियां यहां काम करना शुरू कर चुकी हैं। आने वाले समय में और कंपनियां भी यहां आएंगी। ये कंपनियां, यहां के लाखों युवाओं को रोजगार के नए अवसर देने वाली हैं। 
प्रधानमंत्री ने कहा कि औरंगाबाद आज एक और बहुत बड़ी सिद्धि का साक्षी बन रहा है। ये सिद्धि आपकी है, देश की करोड़ों बहनों की है। उज्ज्वला योजना के तहत 8करोड़ मुफ्त गैस कनेक्शन देने का जो संकल्प हमने लिया था, वो सिद्ध हुआ है। सिर्फ सिद्ध ही नहीं हुआ बल्कि तय समय से सात महीने पहले ही लक्ष्य को हमने पा लिया है। इन 8 करोड़ कनेक्शन में से करीब 44 लाख अकेले महाराष्ट्र में दिए गए हैं। इस उपलब्धि के लिए मैं आप सभी को, देश की हर उस बहन को जिसको धुएं से मुक्ति मिली है, बहुत-बहुत बधाई देता हूं, शुभकामनाएं देता हूं। मुझे संतोष है कि सरकार बनने के 100 दिन के भीतर ही ये काम पूरा हो गया। ये काम सिर्फ कनेक्शन देनेभर तक सीमित नहीं था। इसके लिए और भी व्यापक प्रबंध किए गए, होलिस्टिक तरीके से काम किया गया। एक बहुत बड़ा इंफ्रास्ट्रक्चर इसके लिए जरूरी था, जिसको बहुत ही कम समय में तैयार किया गया। इसके लिए जो 10 हज़ार नए एलपीजी डिस्ट्रिब्यूटर तैयार किए उनमें से अधिकतर को गांवों में नियुक्त किया गया। हमारा प्रयास है कि अब देश में एक भी ऐसा परिवार ना रहे जिसके घर पर एलपीजी कनेक्शन ना पहुंचा हो। इसके साथ-साथ इस योजना को और सुविधाजनक बनाने के लिए पांच किलो के सिलेंडर को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। देश के अनेक इलाकों में पाइप से गैस पहुंचाने का काम भी तेज़ी से चल रहा है। अब एक बहुत बड़ा मिशन लेकर हम चले हैं, जिसका सीधा सरोकार भी आप सभी से है, देश की बहनों से है। आप सभी बहनों को पानी के लिए कितनी परेशानी उठानी पड़ती है, इसका मुझे ऐहसास है। देश की हर बहन को इस परेशानी से निजात दिलाने के लिए ही जल जीवन मिशन की शुरुआत की गई है। इस मिशन के तहत, पानी बचाने के लिए, घर-घर पानी पहुंचाने के लिए पूरा देश संकल्पबद्ध हुआ है। ये तय किया गया है कि आने वाले पांच वर्षों में लगभग साढ़े 3 लाख करोड़ रुपये इस अभियान पर खर्च किए जाएंगे। मराठवाड़ा में जो पहला वॉटर ग्रिड बनाया जा रहा है, वो प्रशंसनीय कोशिश है। ये ग्रिड जब तैयार हो जाएगा तो इस क्षेत्र में पानी की उपलब्धता बढ़ जाएगी। हर गांव तक पीने का पानी पहुंचाने, हर खेत तक सिंचाई का पानी पहुंचाने में इससे मदद मिलेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि किसानों को सिंचाई की सुविधा देने से लेकर अनेक कदम केंद्र और राज्य की सरकारें उठा रही हैं। हर किसान परिवार के बैंक अकाउंट में सीधी मदद, 60 वर्ष की आयु के बाद किसानों को पेंशन की सुविधा, पशुधन को स्वस्थ रखने के लिए टीकाकरण अभियान, ऐसे अनेक प्रयास किए जाए रहे हैं। 

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