बेंगलुरु । पहली बार कर्नाटक के मुख्यमंत्री बने एचडी कुमारस्वामी ने करीब 13 साल के बाद फिर से ग्रामीणों तक पहुंचने, उनकी समस्याओं को सुनने के लिए ग्राम प्रवास कार्यक्रम की शुरुआत की है। कुमारस्वामी ने वर्ष 2006-07 में भाजपा-जेडी (एस) गठबंधन सरकार के प्रमुख के रूप में इसकी शुरुआत की थी। मुख्यमंत्री कुमारस्वामी अपने ग्राम प्रवास कार्यक्रम के तहत बुधवार रात करेगुड्डा के एक सरकारी स्कूल में रुके। यहां जनता दर्शन का आयोजन भी किया गया। करेगुड्डा और आसपास के क्षेत्रों से काफी लोग मुख्यमंत्री से मिलने यहां पहुंचे और अपनी शिकायतें रखीं। कुमारस्वामी ने इससे पहले 21 जून को चंद्रकी गांव में सरकारी प्राइमरी स्कूल में रात बिताई थी। सरकारी स्कूलों में ठहरने के पीछे वहां सुधार भी करना है। उधर, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और विधानसभा में विपक्ष के नेता बीएस येदियुरप्पा ने पिछले दिनों मुख्यमंत्री कुमारस्वामी के ग्राम प्रवास कार्यक्रम पर पुस्तक जारी करते हुए इस प्रवास को नौटंकी बताया था। पुस्तक में कुमारस्वामी के 13 महीने के कार्यकाल में प्रशासन की विफलताओं के बारे में दस सवालों के जवाब देने की मुख्यमंत्री को चुनौती दी। उल्लेखनीय है कि कुमारस्वामी पिछली बार इस कार्यक्रम के दौरान ग्रामीणों के घरों पर भोजन भी करते और रात भी गुजारते थे लेकिन इसबार वह इस कार्यक्रम के दौरान सरकारी स्कूलों में ठहर रहे हैं। पिछली बार कुमारस्वामी 47 ग्रामीणों के घरों में रुके थे और इस कार्यक्रम को ग्रामीणों द्वारा पसंद किया गया था जबकि इसबार उन्होंने सरकारी स्कूलों में ठहरने का निर्णय किया है।