बेदाग,साफ छवि,जाट समुदाय नेता धर्मवीर हुड्डा के नाम पर लग सकती है रोहतक लोकसभा प्रत्याशी की मुहर

जगदीप (हिंद जनपथ) पंचकूला|हरियाणा में रोहतक लोकसभा सबसे हॉट सीट है| यह सीट जाट बाहुल्य क्षेत्र हैं l संगठन की दृष्टि से जाट संस्था रोहतक के पूर्व में रहे प्रधान धर्मबीर हुड्डा यहाँ रोहतक लोकसभा से ज़बरदस्त हावी चल रहे हैं। उनकी प्रमुखता भाजपा में कद्दावर जाट नेता के रूप में विख्यात व संघ के करीबी होने के कारण वह रोहतक लोकसभा में प्रथम स्थान पर चल रहें हैं।उनकी प्रमुखता से पैरवी भाजपा संगठन भी कर रहा हैं। सूत्रों से ज्ञात हुआ हैं टिकट वितरण में  धर्मबीर हुड्डा व मौजूद सांसद दीपेंदर हुड्डा का काँटेदार टक्कर रहेगी !बेदाग,साफ छवि,जाट समुदाय एवं भाजपा नेता धर्मवीर हुड्डा के नाम पर रोहतक लोकसभा प्रत्याशी की मुहर लग सकती है| गढ़ी सांपला किलोई से 2014 में भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ चुके धर्मवीर हुड्डा को पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा का धुर विरोधी माना जाता है ।धर्मवीर हुड्डा उत्तर भारत की प्रतिष्ठित जाट शिक्षण संस्थाओं के प्रधान भी रह चुके हैं।उनके समय मे ही रोहतक में पहली PG आयी थी।उन्होंने अपने कार्यकाल में जाट शिक्षण संस्थाओं में अनेक नए कोर्स शुरू करवाये,ठीक उसी समय पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा हरियाणा के मुख्यमंत्री थे। यहीं से किसी बात के चलते दोनों के बीच मनमुटाव हुआ और गहराता चला गया। धर्मवीर हुड्डा ने 2014 में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की और नरेंद्र मोदी की रैली में भारी शक्ति प्रदर्शन किया।भाजपा ने 8 सीटें घोषित कर दी है,हाट सीट रोहतक पर अब भी सस्पेंस बरकरार है |हरियाणा की रोहतक लोकसभा सीट बेहद खास रही है। इस सीट को  हॉट सीट का दर्जा भी मिलने लगा है | भाजपा को जनसंघ के बैनर तले सिर्फ दो बार ही 1962 और 1971 में यहां से जीत हासिल हुई थी। उसके बाद से रोहतक सीट जीतने की भाजपा की तमाम कोशिशें विफल रही हैं। लेकिन सूत्रों की माने तो इस बार यह सीट फिर से भाजपा की झोली में पड सकती है अगर पूर्व कांग्रेसी मुख्यमंत्री को पिछ्ले विधनसभा चुनावों मे टक्कर देने वाले बेदाग,साफ छवि,जाट समुदाय एवं भाजपा नेता धर्मबीर हुड्डा  को लोक सभा प्रत्याशी के रूप में उतारा गया तो लोकसभा की इस हॉट सीट पर भाजपा काबिज हो  सकती है |गौरतलब है कि लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रत्याशी को 1 लाख 70 हजार से ज्यादा वोटों से हराकर यहां कांग्रेस का झंडा बुलंद किया था। इससे पहले 2009 के लोकसभा चुनाव में भी दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने इनेलो के प्रत्याशी नफे सिंह राठी को करीब चाढ़े चार लाख वोटों से हराया था। हालांकि, 1999 चुनाव में हुए भाजपा और इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के गठबंधन के बाद इनेलो प्रत्याशी कैप्टन इंदर सिंह यहां से जीतने में कामयाब रहे थे। उसके बाद रोहतक सीट कांग्रेस के ही कब्जे में रही है। लेकिन जाट समाज में अपनी मजबूत पैठ और हुड्डा का धुर विरोधी व जाट समाज में अपनी मजबूत पैठ होने के चलते धर्मबीर हुड्डा की दावेदारी  मजबूत दिखाई पड रही है |आज भाजपा ने 8 सीटें घोषित कर दी है,हाट सीट रोहतक पर अब भी सस्पेंस बरकरार हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published.