भागलपुरी जर्दालु आम लजीज स्वाद के लिए पूरे देश में है लोकप्रिय

भागलपुर । आम का सीजन हो और भागलपुरी जर्दालू आम की चर्चा न हो ऐसा हो नहीं सकता। भागलपुर का जर्दालू आम लजीज स्वाद के लिए पूरे देश में लोकप्रिय है। दरअसल आम उत्पादन के लिए इस क्षेत्र की मिट्टी बेहतरीन है। इसलिए यहां पैदा होने वाले जर्दालू का स्वाद भी लजीज होता है। इस आम में एक विशेष तरह की सुगंध व स्वाद होता है। दरअसल ब्रैंड प्रमोशन की कमी के चलते यह लजीज आम अपने क्षेत्र तक ही सिमट कर रह गया था। अपने खास गुणों और स्वाद के बाद यह आम यूपी के दशहरी की तरह पूरी दुनिया के सामने आ पाया है। भागलपुर में होने वाले हल्के पीले रंग का यह आम 104-106 दिनों में तैयार होता है। इसका वजन 186-265 ग्राम तक होता है। कम रेशे वाले इस आम में शुगर की मात्रा 16.33 फीसद होती है। इसका स्वाद ही कुछ ऐसा है कि एक बार जो इसे चख ले वह इसका दीवाना हो जाता है। ऐसा माना जाता है कि भागलपुर में जर्दालु आम को सबसे पहले अली खान बहादुर ने इस क्षेत्र में लगाया था। जर्दालु आम की विशेषता है कि इसका फल हल्के पीले रंग का होता है तथा यह विशेष सुगंध के कारण विश्व भर में प्रसिद्ध है। अपने भीतर खास तरह का फ्लेवर और मिठास समेटे यह आम केंद्र और राज्य के बीच राजनैतिक संबंध में भी मिठास घोलने का काम कर रहा है। बिहार की नीतीश सरकार ‘ब्रैंड बिहार’ को प्रोमोट करने के लिए जर्दालु आम का इस्तेमाल कर रही है। इस कारण पिछले कई दशकों से यह आम खास होकर आम जनता के साथ राजनीतिज्ञों के लिए भी खास रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर वर्ष 2006 से भागलपुर का जर्दालु सौगात के रूप में देश के महामहिम राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, रक्षा मंत्री, कृषि मंत्री, सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश, दिल्ली के मुख्यमंत्री सहित अति विशिष्ट अतिथियों को भेजा जाता रहा है। बिहार के जर्दालु आम को अंतरराष्ट्रीय स्तर की पत्रिका ज्योग्राफिकल इंडिकेशन जर्नल में जगह भी मिल गयी है। जर्नल में इसे राज्य के बौद्धिक संपदा अधिकार में शीर्ष जगह मिली है। 

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