(लीड) ‘दबाव, प्रभाव और अभाव’ से मुक्त नए भारत के निर्माण के लिए काम करेगी सरकार : कोविंद

नई दिल्ली । राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा है कि मोदी सरकार एक ऐसे नए भारत का निर्माण करने के लिए संकल्पबद्ध है जो ‘दबाव, प्रभाव और अभाव’ से मुक्त हो तथा जिसमें आतंकवाद और अवैध घुसपैठ को रोकने के लिए पुख्ता व्यवस्था हो।

राष्ट्रपति ने लोकसभा चुनाव के बाद संसद के पहले अधिवेशन में दोनों सदनों को संयुक्त रूप से संबोधित  अभिभाषण में मोदी सरकार की प्राथमिकताओं और ‘नए भारत’ का खाका पेश किया। उन्होंने आतंकवाद के बारे में सरकार के कड़े रवैये का उल्लेख करते हुए कहा कि सीमापार आतंकी ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक की कार्यवाही से उसने अपने इरादे और क्षमताओं को प्रदर्शित किया है। भविष्य में भी देश की सुरक्षा के लिए हरसंभव कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सुरक्षा के क्षेत्र में टेक्नोलॉजी की भूमिका निरंतर बढ़ रही है। इस पर ध्यान देते हुए स्पेस, साइबर और स्पेशल फोर्सेस के लिए तीन ज्वाइंट सर्विस एजेंसियों के गठन पर काम चल रहा है। इन साझा प्रयासों से देश की सुरक्षा मजबूत होगी।

कोविंद ने देश में अवैध घुसपैठ की चर्चा करते हुए कहा कि यह देश की सुरक्षा के लिए बहुत बड़ा खतरा है। इससे देश में सामाजिक असंतुलन की समस्या पैदा हो रही है और आजीविका के अवसरों पर भी असर पड़ रहा है। सरकार ने तय किया है कि घुसपैठ की समस्या से जूझ रहे क्षेत्रों में राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के जरिए घुसपैठियों की पहचान के काम में तेजी लाई जाएगी। इस संबंध में उन्होंने मोदी सरकार की इस नीति को दोहराया कि धर्म और आस्था के आधार पर उत्पीड़न का शिकार हुए परिवारों को सरकार सुरक्षा और संरक्षण देगी। इसी उद्देश्य से नागरिकता कानून में संशोधन किया जाएगा।

राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से देश में एक साथ लोकसभा और राज्य विधानसभाओं के चुनाव कराए जाने के सुझाव को समय की मांग बताया। उन्होने सभी पक्षों से कहा कि वे ‘एक राष्ट्र-एक चुनाव’ के प्रस्ताव पर गंभीरतापूर्वक विचार करें।

कोविंद ने महिला सुरक्षा और अल्पसंख्यक समुदाय की महिलाओं को अन्याय से निजात दिलाने के लिए ‘तीन तलाक और निकाह हलाला’ की कुप्रथा के उन्मूलन के लिए सरकार प्रयास करेगी। इसके लिए उन्होंने सभी पक्षों  से सहयोग का आह्नवान किया।

अभिभाषण में राष्ट्रपति ने जहां एक ओर पिछले कार्यकाल की उपलब्धियों को विस्तार से गिनाया गया, वहीं 2022 मे आजादी की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर अस्तित्व में आने वाले नए भारत की स्वर्णिम तस्वीर पेश की । इस नए भारत में किसान की आय दोगुनी होगी। इसके लिए सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है। साथ ही नए भारत में हर गरीब के सिर पर पक्की छत, स्वच्छ ईंधन की सुविधा बिजली का कनेक्शन होगा और देश खुले में शौच की मजबूरी से मुक्त हो चुका होगा।

कोविंद ने नए भारत की सुनहरी तस्वीर पेश करते हुए कहा कि हर गरीब की पहुंच में मेडिकल सुविधाएं होंगी। उन्होंने कहा कि देश में बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं को सुदूर ग्रामीण इलाकों में पहुंचाने के लिए उनकी सरकार प्रतिबद्ध है और वर्ष 2022 तक सभी ग्रामीण अंचलों में लगभग डेढ़ लाख ‘हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर’ स्थापित किए जाने का लक्ष्य है। साथ ही देश का हर गांव सड़क संपर्क से जुड़ा होगा, गंगा की धारा अविरल और निर्मल होगी। इसके साथ राज्यों के सहयोग से भारत पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के लक्ष्य के निकट होगा। उन्होंने कहा कि 2022 में नए भारत में भारत विश्व की तीन सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होने की तरफ अग्रसर होगा और भारतीय संसाधनों के बल पर कोई देशवासी अंतरिक्ष में तिरंगा लहराएगा। कोविंद ने कहा कि देश एक नई ऊर्जा और आत्मविश्वास के साथ विश्व के विकास को नेतृत्व देने के लिए कदम बढ़ाता नजर आएगा। उन्होंने कहा कि नया भारत, विश्व समुदाय में अपना उचित स्थान पाने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। आज पूरे विश्व में भारत की एक नई पहचान बनी है तथा अन्य देशों के साथ हमारे संबंध और मजबूत हुए हैं। यह प्रसन्नता की बात है कि वर्ष 2022 में भारत जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा।

राष्ट्रपति ने कहा कि ग्रामीण भारत को मजबूत बनाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा बड़े पैमाने पर निवेश किया गया है। साथ ही कृषि क्षेत्र की उत्पादकता को बढ़ाने के लिए आने वाले वर्षों में 25 लाख करोड़ रुपये का और निवेश किया जाएगा।

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