शव का पोस्टमार्टम करवाने से इनकार, परिजनों ने मुर्दाघर के बाहर दिया धरना

अबोहर । अबोहर के एक हलवाई पिता-पुत्र से दुखी हो मुख्य जलघर की डिग्गी में कूद कर आत्महत्या करने वाले धर्म नगरी निवासी नीरज नागपाल का परिवार आरोपितों की गिरफ्तारी को लेकर गुस्से में है। 

बीती रात आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर परिवार के लोगों व मोहल्ला निवासियों ने मलोट चौक पर जाम लगाकर धरना दिया तो पुलिस अधिकारियों ने आज दोपहर एक बजे तक आरोपितों की गिरफ्तारी का भरोसा देकर परिजनों का धरना उठवाया। आज बाद दोपहर तक आरोपितों की गिरफ्तारी न होने पर गुस्से में आए मृतक नीरज के परिजनों ने सरकारी अस्पताल में मुर्दाघर के बाहद धरने पर बैठ गए हैं। 

मृतक के परिजनों का कहना है कि जब तक आरोपित पकड़े नहीं जाते, तब तक न तो नीरज का पोस्टमार्टम करवाएंगे और न ही उसका अंतिम संस्कार करेंगे। पुलिस तथा मृतक के परिजनों के बीच चली अब तक दो दौर की बातचीत बेनतीजा रही है। एक ओर जहां कल दोपहर सरकारी अस्पताल के मुर्दाघर में रखे गए शव की अभी तक पोस्टमार्टम करवाने की प्रकिया शुरू नहीं हुई है, वहीं परिजन अपने दिल पर पत्थर रख कर अंतिम संस्कार नहीं कर रहे। 

परिजनों की एक ही मांग है कि इस मामले में नामजद किए गए मलोट चौक स्थित डोडा स्वीट हाउस के संचालक सतीश डोडा व उसके बेटे इशांत को गिरफ्तार किया जाए, लेकिन अभी तक आरोपित पुलिस की पकड़ से बाहर है। मलोट रोड स्थित डोडा स्वीट हाऊस और आरोपितों के नई आबादी गली नंबर 11 स्थित घर पर ताले लगे हैं। आरोपितों के अलावा उनके परिवार के सभी सदस्य घरबार छोड़कर फरार हो गए हैं।

पुलिस द्वारा इस संदर्भ में छापेमारी की जा रही हे पंरतु अभी तक कोई सफलता हाथ नहीं लगी है। कल नीरज का शव वाटर वर्क्स की डिग्गी से निकालने के बाद पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला था, जिसमें नीरज ने अपनी मौत के लिए हलवाई पिता-पुत्र सतीश डोडा व इशांत डोडा को अपनी मौत का जिम्मेदार बताया था। हालांकि पुलिस ने उपरोक्त दोनों के खिलाफ 306 व 34 आईपीसी के तहत पर्चा दर्ज कर रखा है। 

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