करतारपुर दर्शन के लिए बने ‘ दर्शन -स्थल’ को गलियारा निर्माण के लिए गिराया , कुछ माह तक श्रद्धालु नहीं कर सकेंगे दर्शन

डेरा बाबा नानक (गुरदासपुर)। एक अच्छी शुरुआत के लिए पाकिस्तान स्थित करतारपुर साहिब गुरुद्वारा साहब के दूरबीन द्वारा दर्शनों के लिए बनाए ‘दर्शन -स्थल’ को जेसीबी मशीनों द्वारा गिरा दिया गया है।करीब 6 माह तक श्रद्धालु अब इस स्थान से करतारपुर साहिब के दर्शन नहीं कर सकेंगे। वास्तव में भारत से पाकिस्तान तक करतारपुर गलियारा बनाने के लिए ओवरब्रिज निर्माण के लिए इस स्थल को गिराया जाना था। पाकिस्तान स्थित करतारपुर साहिब वह स्थान है , जहां सिख पंथ के संस्थापक और प्रथम गुरु श्री गुरु नानक देव जी ने अपनी जिंदगी के 17 साल बिताए थे। 

मंगलवार को भारत वाले क्षेत्र की तरफ से जेसीबी मशीनों ने दर्शन स्थल और आसपास के चबूतरे को गिराने का कार्य प्रारंभ किया।  सिख संगत के लिए यह बड़ा भावुक दृश्य था।  11 वर्ष पूर्व गुरु नानक देव जी की अंस वंश में बाबा गुरचरण सिंह बेदी और बाबा जगदीप सिंह बेदी मेमोरियल चैरिटेबल अस्पताल द्वारा सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की मदद से करतारपुर साहब के दूर से दर्शनों के लिए यह दर्शन स्थल 6 मई 2008 को बनाया गया था और इसके लिए दूरबीन बीएसफ़  ने भेंट की थी। 

 दूर-दूर से नानक नाम लेवा श्रद्धालु इस स्थल पर आकर दूरबीन द्वारा सीमा पार  पाकिस्तान में स्थित करतारपुर साहिब के दर्शन करते रहे हैं और दूर से ही दर्शन दीदार करके , माथा टेक कर आत्मिक शांति प्राप्त करते रहे हैं।  करतारपुर गलियारा के निर्माण में इस दर्शन स्थल को हटाया जाना शामिल था।दर्शन स्थल हटाए जाने से पूर्व गलियारा के निर्माण में लगे लोगों ने दर्शन स्थल को गिराए जाने की क्षमा याचना की और वहां लगी दूरबीन बीएसफ़ को दे दी।

बुधवार सुबह दर्शन स्थल साफ हो चुका था। इसका पता होने के बावजूद श्रद्धालु इस स्थल  के करीब आए और ऐतिहासिक बने दर्शन स्थल को स्मरण किया।  इसके साथ ही संगतो द्वारा यह मांग उठा दी गई है कि जब तक गलियारा का निर्माण मुकम्मल नहीं हो जाता और करतारपुर साहिब जाने के लिए मार्ग नहीं खुलता , तब तक प्रशासन विकल्प के रूप में अस्थाई स्थान बना कर श्रद्धालुओं को दें।  श्री गुरु नानक देव जी के वंश में से माने जाते कुलबीर सिंह बेदी का कहना था कि दूर-दूर से आई संगतों  को निराश होकर खाली वापस ना लौट ना पड़े , इसके लिए शासन कोई व्यवस्था करें।  

उल्लेखनीय है कि भारत की तरफ गलियारा को लेकर वृक्षों की कटाई का कार्य पहले से ही जारी है।  यहां यह भी उल्लेखनीय है कि करतारपुर गलियारा इसी वर्ष नवंबर माह में खोले जाने का निर्णय दोनों देशों की सरकारों का है।

इधर भारत में गलियारा के लिए निर्माण कार्य पूरे जोर-शोर से चल रहा है , जबकि पाकिस्तान की तरफ करीब 70% कार्य मुकम्मल कर लिया गया है। करतारपुर में जाने के लिए भारत के डेरा बाबा नानक में भी सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर सभी तरफ सीसीटीवी कैमरे लगा दिए गए हैं।चंद स्थानों को छोड़कर बाकी सभी जगह सीसीटीवी कैमरे लग चुके हैं और शेष स्थानों पर तीन  सप्ताह में यह कार्य मुकम्मल कर लिया जाएगा।  इसके साथ ही डेरा बाबा नानक में सोलर लाइट सिस्टम की व्यवस्था भी की गई है। 

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