सोना तस्करी का मास्टरमाइंड भेजा गया एक साल के डीआरआई रिमांड पर
कोलकाता । बांग्लादेश, नेपाल, भूटान, चीन और म्यांमार की सीमा से पश्चिम बंगाल समेत पूर्वोत्तर के विस्तृत इलाके में सोना की तस्करी करने वाले गिरोह के मास्टरमाइंड को एक साल के लिए केंद्रीय खुफिया राजस्व ब्यूरो (डीआरआई) के रिमांड पर भेजा गया है। इस बारे में डीआरआई के पूर्वी क्षेत्रीय उपनिदेशक पार्थ प्रतिम बसु ने गुरूवार दोपहर जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि आरोपित का नाम भरत विश्वास है। वह मूल रूप से नदिया जिले के संताला थाना अंतर्गत बारबैरिया गांव का रहने वाला है। उसे वित्त वर्ष 2017-18 और 2018-19 में सोना तस्करी के तीन बड़े मामले में मास्टरमाइंड के रूप में गिरफ्तार किया गया था। तीनों मामले में कुल 32.66 किलो सोना बरामद हुआ था जिसकी कीमत 10.15 करोड़ रुपये है। उसे अप्रैल के पहले सप्ताह में डीआरआई की खुफिया टीम ने धर दबोचा था। उसके बाद से वह लगातार जांच एजेंसी की हिरासत में था। उसके खिलाफ कोफेपोसा एक्ट 1974 के तहत मामला दर्ज किया गया है। इसके मुताबिक दिल्ली हाई कोर्ट के तीन न्यायाधीशों को लेकर गठित की गई सेंट्रल एडवाइजरी बोर्ड के निर्देशानुसार आरोपित के खिलाफ कार्रवाई होती है। गत 10 और 11 मई को सेंट्रल एडवाइजरी बोर्ड के समक्ष डीआरआई की कोलकाता जोनल यूनिट की ओर से भरत विश्वास के खिलाफ साक्ष्य और मामले से संबंधित जांच रिपोर्ट पेश की गई थी। इसे देखने के बाद उसे 23 मार्च 2020 तक जांच एजेंसी की हिरासत में रखने का निर्देश दिया गया है। उससे गहन पूछताछ कर इस क्षेत्र में सोना तस्करी के गिरोह के बारे में पता लगाया जाएगा।