अंग्रेजों के साथ 150 लड़ाईयां लडऩे वाले क्रांतिकारी तात्या टोपे को किया नमन
फरीदाबाद। स्वतंत्रता सेनानी तांत्या टोपे की पुण्यतिथि और लाला हंसराज की जयंती शुक्रवार को आज़ादी के शहज़ादे संस्था ने सेक्टर-2 स्थित आधारशिला पब्लिक स्कूल में श्रद्धापूर्वक मनाई। इस दौरान जहां उनके चित्रों पर पुष्प अर्पित किए गए वहीं उनकी जीवनी पर भी प्रकाश डाला गया। संस्था के संस्थापक हरीश चन्द्र आज़ाद ने बताया कि तात्या टोपे एक ऐसे क्रांतिकारी थे, जिनकी फांसी के बाद देश में क्रांति की लौ भड़की और उनके बलिदान से अनेकों युवाओं ने प्रेरणा लेकर भारत की आज़ादी के संग्राम में कूदने का संकल्प लिया। उन्होंने कहा कि रानी लक्ष्मीबाई के साथ उन्होंने अग्रंजों को लोहे के चने चबाने पर मजबूर कर दिया था। अग्रेजों के खिलाफ उन्होंने सबसे अहम लड़ाई 1857 में लड़ी थी। उन्होने अग्रेजों से 150 युद्व किये थे और 18 अप्रैल 1859 को उन्हें फांसी पर लटका दिया गया था। इस अवसर पर वैभव शर्मा, ऊषा शर्मा, आकांशा, विशाली, शिवानी आदि मौजूद थे