ईलाज के दौरान बच्चे की मौत से नाराज परिजनों का अस्पताल में हंगामा

जबलपुर। जबलपुर के एक अस्पताल में सोमवार देर रात ईलाज के दौरान 12 साल के बच्चे की हुई मौत के बाद परिजनों का गुस्सा अस्पताल पर फूट पड़ा। परिजनों को जैसे ही बच्चे की मौत की जानकारी मिली उन्होंने अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया और तोड़ फोड़ करने लगे। परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर ईलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने हालात संभालते हुए परिजनों को समझाने की कोशिश की। समझाइश के बाद मंगलवार सुबह परिजनों ने घमापुर थाने में अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। जानकारी अनुसार गौरव सोनकर नाम के 12 साल के बच्चे का पिछले कई दिनों से जबलपुर के जीआरपी कॉलोनी स्थित डॉ सेठी के अस्पताल में ईलाज चल रहा था। बच्चे के परिजन रत्नेश सोनकर ने बताया कि गौरव का इलाज पिछले दो माह से डॉ जेठी के अस्पताल में हो रहा था। दो-तीन दिन पहले उसकी तबीयत ज्यादा खराब होने अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। यहाँ उसके टेस्ट भी हुए। जांच रिपोर्ट आने के बाद डॉक्टर जेठी ने उसे आगे भी अस्पताल में भर्ती रखा। डॉक्टर ने परिजनों को बताया कि बच्चे की पसली में पानी भर गया है। 

वहींं, परिजनों का आरोप है कि वार्ड में लगे मॉनिटर बंद पड़े रहे जिसकी जानकारी भी उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को दी लेकिन डॉक्टरों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। गौरव की तबीयत ज्यादा बिगडऩे लगी तो उसे वेंटिलेटर में रख दिया गया। सोमवार देर रात अस्पताल प्रबंधन ने परिजनों को जानकारी दी कि गौरव को नहीं बचाया जा सका। अस्पताल प्रबंधन के इतना सुनते ही परिजनों ने जमकर हंगामा किया। परिजनों का आरोप है कि अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही के चलते उनके 12 साल के बच्चे की मौत हुई है। इतना ही नहीं अस्पताल प्रबंधन ने बच्चे की मौत की जानकारी देने से पहले 3 से 4 घंटे का समय लगा दिया और लगातार गोलमोल जवाब देते रहे। कुछ घंटों में ही उपचार के लिए हजारों रुपए खर्च करवाने के बाद बच्चे की मौत की जानकारी दी। 

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