उन्नाव दुष्कर्म कांडः ट्रामा सेंटर के बाहर पीड़ित का परिवार धरने पर, चाचा पर दर्ज मुकदमे वापस लेने की मांग
लखनऊ। उन्नाव दुष्कर्म कांड की पीड़ित के परिवार के सदस्य मंगलवार को सुबह किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के ट्रामा सेंटर के बाहर धरना पर बैठ गये। इन्होंने रायबरेली जेल में बंद चाचा के खिलाफ दर्ज सभी एफआईआर वापस लेने और उन्हें पैरोल पर रिहा करने की मांग की। पीड़ित की बहन ने आरोप लगाया कि आरोपित भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की ओर से लगातार उनके परिवार को धमकियां दी जा रही हैं। मुकदमा वापस लेने के लिए पूरे परिवार को जान से मारने की साजिश रची गई है। इसीलिए चाचा को भी मुकदमा दर्ज कराते हुए जेल भेज दिया गया। परिजनों ने कहा कि अगर चाचा को पैरोल नहीं मिली और उन पर दर्ज एफआईआर वापस नहीं ली गई तो वह अपनी मृत चाची का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। पीड़त परिवार की इस धमकी के बाद उन्नाव में भी प्रशासन चौकन्ना हो गया है। अंतिम संस्कार और उस दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन रात में ही तैयारी पूरी करने में जुटा है। सभी थानों को अलर्ट रहने को कहा है। किशोरी की चाची और मौसी के शव को अभी लखनऊ पोस्टमार्टम हाउस में ही रखा गया है। वहीं ट्रामा सेंटर के बाहर पीड़ित परिवार के सदस्यों के धरने पर बैठते ही अधिकारी सकते में आ गये। तुरन्त प्रशासन और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को इससे अवगत कराया गया। ट्रामा प्रशासन के साथ पुलिस अधिकारी पीड़ित परिवार के सदस्यों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं। पीड़ित के चाचा महेश सिंह के खिलाफ तीन मुकदमे दर्ज हैं।
उधर ट्रामा में भर्ती घायल दुष्कर्म पीड़ित की हालत नाजुक बनी है। दुर्घटना में घायल वकील की स्थिति में भी सुधार देखने को नहीं मिल रहा है और वह वेंटिलेटर पर हैं। ट्रामा सेंटर में पुलिस भी मौजूद है। इस बीच प्रदेश सरकार ने केंद्र सरकार से दुष्कर्म पीड़ित की गाड़ी हादसे की सीबीआई जांच कराने की सिफारिश की है। मामले को लेकर राजधानी से विधि विज्ञान प्रयोगशाला की तीन सदस्यीय टीम घटनास्थल पर पहुंचकर जांच पड़ताल कर चुकी है। टीम ने विभिन्न बिंदुओं पर जांच की है। वहीं घटना को लेकर आरोपित भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पीड़ित के चाचा की तहरीर पर रायबरेली के गुरुबख्शगंज थाने में भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर, उनके भाई मनोज सिंह, विनोद मिश्रा, हरपाल सिंह, नवीन सिंह, कोमल सिंह, अरुण सिंह, ज्ञानेंद्र सिंह, रिंकू सिंह, अवधेश सिंह पर एफआईआर दर्ज कराई गई है। साथ ही 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कराया गया है।