कालका-शिमला टॉय ट्रेन हेरिटेज सेक्शन के निजीकरण की प्रक्रिया शुरू
चंडीगढ़ । रेल मंत्रालय कालका-शिमला टॉय ट्रेन हेरिटेज सेक्शन का निजीकरण करने के लिए पूरी तरह तैयारी कर ली है। नीति के अनुसार, अधिकांश वाणिज्यिक गतिविधियों के तहत कालका-शिमला टॉय ट्रेन सेक्शन एक निजी कंपनी को दिया जाएगा, जिसमें टिकटिंग, कोच मेंटेनेंस, ट्रैक मेंटेनेंस, साफ-सफाई, टक शॉप्स कॉन्ट्रैक्ट्स, प्लेटफॉर्म मेंटेनेंस और अन्य यात्री सुविधाएं शामिल हो सकती हैं। हालांकि, ट्रैक की मरम्मत और प्रतिस्थापन के साथ-साथ रेलवे सुरक्षा आश्वासन रेल मंत्रालय के पास निहित होगा। निजीकरण में सिग्नलिंग सिस्टम, ओवरहेड विद्युतीकरण लाइनें, ओवरहेड उपकरण, और पटरियों के सामान्य रखरखाव शामिल होंगे। मिली जानकारी अनुसार “नीति आयोग द्वारा नीति को अधिसूचित किया गया है, खंड के निजीकरण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और यह 2022 के अंत तक अस्तित्व में आ सकता है। 2022 से 2025 के वित्तीय वर्ष में मुद्रीकरण के लिए प्रमुख संपत्ति में चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन सहित 400 रेलवे स्टेशन, 1400 किमी रेल नेटवर्क और चार पहाड़ी रेलवे शामिल हैं, जिसमें कालका-शिमला खंड शामिल है।