गफलत में जी रही कांग्रेस को समझ लेना चाहिए कि जनता के सामने खुल चुकी है पोल: मनोहर लाल
करनाल । हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शुक्रवार शाम को कांग्रेस की सोच पर चुटकी ली। उन्होंने कहा वहम की दवाई कहीं नहीं मिलती। 23 मई के बाद कांग्रेस अपना पुराना राग अलापना शुरू कर देगी कि हमें ईवीएम ने हराया। सीएम ने कहा गफलत में जी रही कांग्रेस को वहम छोड़कर हकीकत जान लेनी चाहिए कि उसकी 70 साल की पोल जनता के सामने खुल चुकी है। शुक्रवार को करनाल लोकसभा क्षेत्र से उम्मीदवार संजय भाटिया के समर्थन में आयोजित रैली में सीएम खट्टर ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कांग्रेसी वहम में जी रहे हैं। कांग्रेस नेताओं को राहुल गांधी का नाम भी अखरने लगा है। चुनाव लड़ रहे बेचारे कांग्रेसी प्रत्याशी भी कार्यकर्ताओं से कह रहे हैं कि राहुल के नाम पर नहीं हमारे नाम पर ही जनता से वोट मांगे। कांग्रेस के घोषणा पत्र का भूत अब कांग्रेस को सताने लगा है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में जमीन-आसमान का अंतर है। राहुल ने अपनी सोच पार्टी के मैनीफैस्टो में दर्शा दी है। जबकि पीएम मोदी ने हकीकत में करके दिखा दिया है कि उनका एक ही लक्ष्य है और वो है राष्ट्रवाद। देश और 130 करोड़ देशवासियों के लिए पीएम मोदी दिन रात मेहनत कर रहे हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पिछली सरकारों पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा पहले लोग विश्वास नहीं करते थे कि हरियाणा में नौकरी बिना खर्ची और पर्ची के लग सकती है। क्योंकि पिछली सरकारों ने सिस्टम ही ऐसा खड़ा कर दिया था कि गरीब और पढ़े लिखे परिवारों के बच्चे नौकरी लग ही नहीं सकते। सीएम ने कहा हमने उस सिस्टम को समाप्त कर दिया। आज हरियाणा सरकार से पढ़े लिखे युवाओं ने अपने टैलेंट और मैरिट के आधार पर नौकरी ली है। मुख्यमंत्री ने कहा नौकरी मिलने हर गांव में खुशी है क्योंकि पूरे गांव को पता है कि नौकरी योग्यता के आधार पर मिली है।
केंद्र की उज्जवला योजना का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा 6 करोड़ 50 लाख गैस सिलेंडर और चूल्हे भाजपा ने अपने शासन में वितरण किए हैं। आज हरियाणा और देश में कोई घर ऐसा नहीं बचा होगा जहां महिलाएं उपले और लकड़ी की धुआं में खाना तैयार कर रही होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिलाओं को धुआं से आजादी दिलाई है। मुख्यमंत्री ने महंगाई पर भी लोगों को समझाते हुए कहा प्रधानमंत्री ने सत्ता संभालते ही सबसे पहले महंगाई पर ही मार मारी। मुख्यमंत्री ने कहा, वर्ष 2006 से 2009 तक 22 प्रतिशत महंगाई थी। सरकारी कर्मचारी को महंगाई भत्ता उसी हिसाब से मिलता है। लेकिन भाजपा ने महंगाई को ही खत्म कर दिया।