तीर्थनगरी ऋषिकेश की सुंदरता पर ग्रहण

ऋषिकेश । तीर्थाटन ओर पर्यटन के लिए विश्व विख्यात तीर्थनगरी ऋषिकेश की दुर्दशा से पर्यटकों और श्रद्धालुओं को जूझना पड़ रहा है।निगम बनने के बाद भी शहर की सफाई व्यवस्था सुधरने का नाम नहीं ले रही। जगह जगह लगे कूड़े के ढेर शहर की सुंदरता पर ग्रहण लगाने लगे हैं।
तीर्थनगरी ऋषिकेश में इन दिनों सफाई व्यवस्था पटरी से उतर चुकी है। नगर व आसपास क्षेत्र में जहां तहां सड़कों पर लगे गंदगी के अंबार बीमारियों को न्योता दे रहे हैं। वायरल और डायरिया से अस्पतालों में लगातार भीड़ बढ़ रही है । मुनिकीरेती नगर पंचायत क्षेत्र की स्थिति भी इससे अलग नहीं है।
नगर में सॉलिड और बायोमेडिकल वेस्ट का सही निस्तारण न होने से क्षेत्र में तमाम गंभीर बीमारियां पनप रही हैं। नगर में फैली गंदगी के प्रति जिम्मेदार कतई गंभीर नहीं है। दिलचस्प यह है कि निगम की कमान संभालने के बाद मेयर अनीता मंमगाई ने इस पर सख्ती से नकेल कसने की बात कही थी। लेकिन आवारा पशुओं और सुअरों के मामले में निगम प्रशासन अब तक चार दिन में चले अढाई कोस की कहावत ही चरितार्थ करता आया है।
नगर निगम के आयुक्त चतर सिंह चौहान का कहना है कि सीमा डेंटल के पास 100 आवारा जानवरों के लिए जगह देख ली गई है। जल्द ही इन आवारा पशुओं को शहर से बाहर किया जाएगा।

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