नगर निगम की बड़ी सफलता, रिलायंस कंपनी ने जमा करवाए 5.84 करोड़ रुपये

महापौर कुलभूषण गोयल ने अन्य कंपनियों को भी बकाया जमा करवाने के लिए कहा
मोबाइल टॉवर एवं लाइंस के करोड़ों रुपये नगर निगम ने वसूलने हैं
बीएसएनएल, एटीएस सहित अन्य कंपनियों ने जमा करवाने हैं करोड़ों रुपये

पंचकूला। पिछले लंबे समय से मोबाइल कंपनियों से टॉवर एवं लाइंस के करोड़ों रुपये की रिकवरी में जुटे नगर निगम अधिकारियों को उस समय बड़ी सफलता मिली, जब रिलायंस जिओ कंपनी ने 5 करोड़ 84 लाख रुपये की राशि नगर निगम में जमा करवा दी। रिलायंस कंपनी के प्रतिनिधि वीरवार को महापौर कुलभूषण गोयल से मुलाकात करने पहुंचे और उन्हें ड्राफ्ट भेंट करते हुए कहा कि उनकी कंपनी की तरफ जितना भी पैसा बकाया है, उसे जमा करवा देंगे। इस दौरान पार्षद जय कौशिक, नरेंद्र लुबाना, हरेंद्र मलिक, सुनीत सिंगला, सुरेश वर्मा, नगर निगम के एक्सइएन प्रमोद कुमार, एटीएपी एमपी शर्मा, एपीओ मनविंद्र, जयवीर उपस्थित थे। गौरतलब है कि आज तक किसी भी कंपनी मोबाइल कंपनी ने अब तक इतनी बड़ी नगर निगम के पास एक साथ जमा नहीं करवाई। इस दौरान कंपनी के प्रतिनिधियों ने भी कुछ मुद्दे उठाए, जिस पर महापौर ने अधिकारियों को संज्ञान लेने के लिए कहा। महापौर ने रिलायंस कंपनी के प्रतिनिधियों से कहा कि वह अपने अन्य टॉवर एवं लाइंस की बकाया राशि भी जल्द जमा करवाएं। महापौर कुलभूषण गोयल ने रिलायंस कपंनियों के प्रतिनिधियों से कहा कि उनकी कुछ तारें ओवरहैड निकाल रखी है, जिसकी काफी लोगों की शिकायतें आ रही हैं, इन तारों को तुरंत प्रभाव से अंडर ग्राउंड बिछा दें। जिसके लिए कंपनी प्रतिनिधियों ने एक महीने का समय मांगा। साथ ही महापौर ने अन्य कंपनियों को स्पष्ट कर दिया कि यदि वह अपने मोबाइल टॉवर एवं लाइंस की राशि जमा नहीं करवाते, तो उनके कनैक्शन काट दिए जाएंगे। महापौर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कुछ कंपनियों को नोटिस दे रखे हैं, जिनकी समय सीमा समाप्त होने वाली है, उनके कनैक्शन काटने की प्रक्रिया शुरु कर दी जाए। पंचकूला के मेयर कुलभूषण गोयल ने बताया कि शहर में एयरटैल, वोडाफोन, बीएसएनएल, एटीसी, इन्डस और जिओ कंपनी के कुल 318 टावर लगे हैं, लेकिन उक्त कंपनियों द्वारा वर्ष 2016 के बाद निर्धारित शुल्क का भुगतान नहीं किया गया था। अब रिलायंस जिओ द्वारा वर्ष 2016 के बाद से अब तक 19 टॉवरों की राशि जमा करवाए गए हैं।
कुलभूषण गोयल के कार्यभार संभालने के बाद पिछले एक वर्ष में लगभग 12 करोड़ रुपये मोबाईल कंपनियों से टावर्स और लीज लाईन की फीस के रूप में रिकवर किये गये थे और अब एक साथ 5.84 करोड़ रुपये की रिकवरी हुई है। महापौर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिन कंपनियों की फाइलें गायब हैं, उन्हें तुरंत ढूंढा जाए। एपीओ ने बताया कि नगर निगम के पास जीओ कंपनी के टावर्स से संबंधित कुछ फाईलों का रिकॉर्ड नगर निगम कार्यालय में उपलब्ध नहीं है। इंडस कंपनी की 16 फाईल, एयरटेल की 13, वोडाफोन की 18 फाईल, बीएसएनएल की 3 और एटीसी की 16 फाईलों से संबंधित रिकॉर्ड गायब है। महापौर ने कहा कि इन्हें तुरंत ढूंढकर बकाया राशि वसूली जाएगी। कुलभूषण गोयल ने कहा कि बड़ी-बड़ी मोबाईल कंपनियों द्वारा लाईन बिछाने के पश्चात सडक़ों पर गड्ढों को पूरी तरह से भरा नहीं जाता, जिससे लोगों को असुविधा होती है। ऐसी कंपनियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। कुलभूषण गोयल ने कहा कि नगर निगम को चलाने के लिए फंड्स की काफी आवश्यकता है और सरकार द्वारा भी हिदायतें दी जा चुकी हैं कि नगर निगम में अपने स्तर पर फंड्स जुटाए, इसलिए जहां पर करोड़ों रुपये नगर निगम के फंसे हुए हैं, उसे लेने के लिए प्राथमिकता के आधार पर काम किया जाएगा।

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