पराली प्रबंधन के लिए 100 रुपये प्रति क्विंटल बोनस देने का निर्णय

जींद । जिला मेें पराली जलाने की घटनाओं की रोकथाम को लेकर लघु सचिवालय  जींद स्थित काफ्रेंस हाल में उपायुक्त डाॅ. आदित्य दहिया की अध्यक्षता में अधिकारियों की बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में उपायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि वे पराली जलाने की घटनाओं पर पूर्ण रूप से अंकुश लगाने के लिए एक टीम वर्क के रूप में कार्य करें। उन्होंने कहा कि पराली जलाने से बढ़ता प्रदूषण बेहद चिंता का विषय है और प्रदूषित व जहरीली हवा मानव स्वास्थ्य के साथ-साथ पशुओं के लिए भी घातक है। इस हालात से निपटने के लिए हम सब को सामूहिक प्रयास करने होगें। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को जिला के संबंधित क्षेत्रों में प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए हर नागरिक को हरसंभव सहयोग देने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पराली जलाने की घटनाओं पर अंकुश के लिए पंचायती राज संस्थाओं समेत किसानों व अन्य ग्रामीणों का सहयोग अपेक्षित है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार पराली जलाने की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों के साथ-साथ सरपंच की जिम्मेदारी भी तय की गई है।  उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा पराली जलाने की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए पुख्ता प्रबंध किए गए है। पराली जलाने की सूचना देने वाले को एक हजार रुपये का इनाम दिया जाएगा और उसका नाम गोपनीय रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ने पराली प्रबंधन के लिए 100 रुपये प्रति क्विंटल बोनस के रूप में छोटी जोत वाले किसानों को देने का फैसला किया है।

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