प्रतिनिधिसभा की स्पीकर ने अटर्नी जनरल पर लगाया झूठ बोलने का आरोप

वाशिंगटन । अमरीकी कांग्रेस की प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैन्सी पेलोसी ने अमेरिकी अटॉर्नी जनरल विलियम बार पर कांग्रेस के सामने झूठ बोलने का आरोप लगाया है। यह जानकारी शुक्रवार को मीडिया रिपोर्ट से मिली।

विदित हो कि विलियम बार एक दिन पहले ही सीनेट की एक समिति के सामने पेश हुए थे। इस समिति को उन्होंने साल 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में रूस के कथित हस्तक्षेप को लेकर विशेष वकील रॉबर्ट मुलर की रिपोर्ट के बारे में जानकारी दी थी।

विलियम बार से सीनेट के पैनल ने राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप को न्याय में बाधा डालने के मामले में बरी करने के उनके फैसले से संबंधित तीखे सवाल किए थे। दरअसल, रॉबर्ट मुलर ने दो साल की जांच के बाद हाल में 448-पन्ने की रिपोर्ट सौंपी थी।
रिपोर्ट की समीक्षा करने के बाद अटॉर्नी जनरल विलियम बार ने चार पन्ने का सारांश तैयार किया और उसे कांग्रेस के सामने पेश किया।इसमें अटॉर्नी जनरल विलियम बार ने लिखा कि विशेष वकील की अंतिम रिपोर्ट की समीक्षा के बाद वह इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि ट्रंप के दोष सिद्ध होने के पर्याप्त सबूत नहीं मिले हैं। 

डोनल्ड ट्रंप को क्लीन चिट देने के फैसले को लेकर विलियम बार से कड़े सवाल पूछे जा रहे हैं। उधर, अटॉर्नी जनरल विलियम बार ने गुरुवार को डेमोक्रेट्स के बहुमत वाले सदन की न्यायिक समिति के सामने पेश होने से इनकार कर दिया था। इस गतिरोध को देखते हुए यह संभावना जताई जा रही है कि उन्हें कांग्रेस की अवमानना का दोषी माना जा सकता है।

नैन्सी पेलोसी ने कहा, ‘उन्होंने कांग्रेस से झूठ बोला। अगर कोई और ऐसा करता तो इसे अपराध माना जाता। कोई भी व्यक्ति कानून से बड़ा नहीं है।’


पेलोसी ने जो आरोप लगाया है, उसका आधार बार का वह बयान है, जिसमें उन्होंने कहा था कि उन्हें रिपोर्ट के सार को लेकर की गई मुलर की शिकायत के बारे में जानकारी नहीं थी। उल्लेखनीय है कि मुलर ने विलियम बार को एक खत लिखा था, जिसमें उन्होंने विलियम बार से दो बार अपील की थी कि वह रिपोर्ट के निष्कर्षों की और जानकारी दें।
मुलर का पत्र सार्वजनिक होने के बाद सीनेट की न्यायिक समिति ने अटॉर्नी जनरल को अपने सामने पेश होने के लिए कहा। बार ने समिति के सामने विशेष वकील की 448-पन्नों की जांच रिपोर्ट को हैंडल करने के अपने तरीके का बचाव किया।
पेलोसी ने पत्रकारों से कहा, ‘ये तकनीकियों की बात नहीं है। अमरीका के अटॉर्नी जनरल अमरीकी कांग्रेस के सामने सच नहीं बोल रहे थे। यह अपराध है।’ लेकिन पेलोसी की टिप्पणी के बाद न्याय विभाग की प्रवक्ता ने उन पर जवाबी हमला किया।

वहीं अटॉर्नी जनरल विलियम बार ने कहा है कि उन्हें अपने फैसले पर पूरा भरोसा है कि ट्रंप ने अवैध तरीके से जांच में बाधा डालने की कोशिश नहीं की। लेकिन डेमोक्रेट सीनेटर अटॉर्नी जनरल से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।


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