मां का ऋण कभी नहीं चुकाया जा सकता: सीजेएम कपिल राठी
भिवानी। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के चेयरमैन तथा जिला एवं सत्र न्यायाधीश दीपक अग्रवाल के मार्गदर्शन में गांव देवसर में अंतर्राष्ट्रीय मातृ दिवस के उपलक्ष्य पर महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव एवं सीजेएम कपिल राठी ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की।
सीजेएम कपिल राठी ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी महिलाओं को मदर-डे की बधाई व शुभकामनाएं देते हुए कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय मातृत्व दिवस सम्पूर्ण मातृ-शक्ति को समर्पित एक महत्वपूर्ण दिवस है। उन्होंने कहा कि मां का त्याग, बलिदान, ममत्व एवं समर्पण अपनी संतान के लिए इतना विराट है। मां के लिए पूरी जिंदगी भी समर्पित कर दी जाए तो मां का ऋण चुकाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि मां के बारे में जितना बताया जाए उतना कम है। एक इंसान अगर किसी काबिल होता है तो उसके पीछे भी माँ के दिए संस्कार होते हैं। माँ भगवान का ही तो दूसरा रूप है। जिस इंसान ने अपनी माँ को उसके जीवनकाल में खुश रखा, उसने समझो भगवान को पा लिया।
सीजेएम कपिल राठी ने महिलाओं से कहा कि आज नारी काफी हद तक आत्मनिर्भर हो गई है। चाहे वो शिक्षा का क्षेत्र हो, राजनीति हो, नौकरियों हो, हर क्षेत्र में महिलाओं ने अपने आप को काबिल साबित किया है। हमारे संविधान में भी महिलाओं को समाज में बराबरी का दर्जा दिया गया है। महिलाओं को कानूनी अधिकार दिए गए हैं, ताकि वे शोषण का शिकार न हों। सीजेएम ने जिला महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से बच्चों द्वारा बनाई गई रंगोली, चित्रकारी व सुलेखन का अवलोकन किया। कार्यक्रम के दौरान गर्भवती महिलाओं की गोदभराई करवाई गई। कार्यक्रम में प्राधिकरण के पीएलवी वीरेंद्र सिंह और सक्षम युवा मनीषा व अंतू रानी ने विशेष रुप से 14 मई को आयोजित होने वाली राष्ट्रीय लोक अदालत के बारे में जागरूक किया।
इस अवसर पर सीडीपीओ राज मक्कड़, सुपरवाइजर विमला, विद्यापति, संगीता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सोमवती, दर्शना देवी, सुनीता देवी, रीना, पुष्पा, उषा, कौशल्या सरिता अनीता, गांव निवासी पीएलवी सुरेश, विजयंता, सुनीता प्राधिकरण के सहायक कमलजीत सिंह, कोऑर्डिनेटर दिनेश कुमार के अलावा अनेक महिलाएं मौजदू रहीं।