रेलवे व रोडवेज में हुई तनातनी, पर्वतीय बसें अब आईएसबीटी से चलेंगी
देहरादून । राजधानी देहरादून में पिछले दो वर्षों से रेलवे और रोडवेज में तनातनी चल रही है। रेलवे स्टेशन के समीप ही उनकी जमीन पर रोडवेज का पर्वतीय डिपो स्थित है, लेकिन रेलवे अपनी जमीन को खाली चाहता है। पिछले दिनों रेलवे ने रोडवेज को हटाकर उनकी जगह टैक्सी वालों को दे दिया, लेकिन इसके बाद पुनः रोडवेज का कार्यालय आ गया। एक बार फिर इसी रोडवेज के बस स्टैंड को लेकर दोनों विभागों में तनातनी शुरू हो गयी है। रेलवे चाहता है कि रोडवेज यहां से हटे, जिसका दुष्परिणाम पर्वतीय क्षेत्रों में जाने वाले यात्रियों को भुगतना पड़ेगा। इसी तनातनी के कारण रेलवे और राज्य परिवहन विभाग का आपसी तालमेल गड़बड़ा गया है, जिसके कारण मसूरी समेत अन्य पर्वतीय क्षेत्रों की बसें अब आईएसबीटी से चलेंगी।इसका नुकसान यात्रियों को झेलना पड़ेगा। अब उन्हें रेलवे स्टेशन के बजाय पांच किलोमीटर की दूरी और तय करनी होगी। इस मामले में परिवहन मंत्री यशपाल आर्य प्रयास कर रहे थे। लेकिन बात नहीं बनी। उन्होंने शनिवार को बताया कि रेलवे से काफी अनुरोध किया गया, लेकिन वह नहीं मान रहा है। इसके कारण अब राज्य सरकार के पास आईएसबीअी से बसें चलाने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है। उन्होंने कहा है कि वह अभी भी आशान्वित हैं कि रेलवे परिवहन विभाग का अनुरोध मान जाएगा और वह एक या दो बसों को चलने की अनुमति दे देगा। इसके अतिरिक्त परिवहन विभाग के पास शहर में अन्य कोई स्थान भी उपलब्ध नहीं है। ऐसे में बस यात्रियों को असुविधा होना लाजिमी है।