हरियाणा में 13 साल बाद पारा आसमान पर.

चंडीगढ़ । जेठ में लू के थपेड़ों से आमजन बेहाल है। हरियाणा में करीब 13 साल बाद शुक्रवार को पारा अपने उच्चतम स्तर को पार कर गया। 1 जून, 2006 को नारनौल का अधिकतम तापमान 46.1 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया था। 2019 में यह रिकार्ड टूट गया। शनिवार (1 जून) को अधिकतम तापमान 46.5 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। हालांकि सबसे गर्म जिला सिरसा है। सिरसा का अधिकतम तापमान 46.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चल रही गर्म हवाओं से हरियाणा और पंजाब लू की चपेट में हैं। हरियाणा में राजस्थान सीमा से सटे जिलों में तापमान 47 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका है। पंजाब भी इससे अछूता नहीं है। पंजाब के बठिंडा में तापमान 46.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। गर्म हवाओं से नमी लगातार घट रही है। यह हीट वेव (भयंकर गर्मी) यानी लू का संकेत है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग चंडीगढ़ की रिपोर्ट के मुताबिक हरियाणा और पंजाब लू की चपेट में हैं। राजस्थान से सटे नारनौल में पारा आसमान को छू रहा है। यहां पर लू के साथ रेतीली गर्म हवाओं के थपेड़ों से जनजीवन बेहाल है। एनसीआर क्षेत्र भी भीषण गर्मी की चपेट में है। हरियाणा और पंजाब की राजधानी चंडीगढ़ में 10 साल के बाद पारा अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। गर्मी से आमजन के साथ पक्षी भी बेहाल हैं। कुरुक्षेत्र के ब्रह्मसरोवर में पक्षी भी जलक्रीड़ा करते नजर आए। शनिवार को अंबाला का अधिकतम तापमान 45.0, भिवानी का 45.5, गुरुग्राम का 45.3, फरीदाबाद का 45.5, हिसार का 45.5, करनाल का 45.0, कुरुक्षेत्र का 45.2 और रोहतक का 45.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के मुताबिक आगामी 72 घंटों में गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। 3 और 4 जून को तापमान के बढ़ने की संभावना है। 

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